इब्राहीमी धर्म को अब्राहम धर्म भी कहा जाता है, यह अभी तक अस्तित्व में नही आया है लेकिन खाड़ी देशों में इसकी चर्चा होने लग गई है। अब्राहमी धर्म में इस्लाम, ईसाई और यहूदी तीनों धर्म में शामिल एक समान बातों को लेकर पैगंबर अब्राहम के नाम से धर्म बनाने की बात कही जा रही है।
- अब्राहमी धर्म का संस्थापक कोई नही है।
- अब्राहमी धर्म के अनुयायी अभी नही है।
- अब्राहमी धर्म का कोई भी धार्मिक ग्रंथ भी अभी तक नही है।
कैसे सुर्खियों में आया इब्राहीमी धर्म (अब्राहम धर्म)
- मिस्र में धार्मिक एकता कार्यक्रम में मिस्र फैमिली हाउस की दसवीं वर्षगांठ के मौके मुस्लिम इमाम अल अज़हर के शीर्षस्थ इमाम अहमद अल तैय्यब ने अब्राहमी धर्म की आलोचना की थी।
- अरब देशों में अब्राहम धर्म तेजी से फैल रहा है, और मुस्लिम देशों के मन में दर बैठा रहा है।
अब्राहमी धर्म के उद्देश्य
- सभी धर्मो में आपसी एकता
- सभी राज्यों में शांति स्थापित करना
- इजरायल और मुस्लिम देशों में शांति की स्थापना
- ईसाई यहूदी और इस्लाम को एक ही धर्म में मिलना