26 January 2023 Republic Day Speech In Hindi: इस बार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2023 पर दें ये शानदार भाषण अभी तक किसी ने नहीं दिया होगा

26 जनवरी पर आपके स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थानों में भाषण प्रतियोगिता करवाई जाती है या स्टेज पर भी खड़े होकर विद्यार्थी, अध्यापक गण और प्रिंसिपल (प्रधानाध्यापक) सभी स्पीच देते है लेकिन अबतक सभी गणतंत्र दिवस

के बारे में कुछ ना कुछ बता चुके हैं तो आप नया कहां से लाएंगे जो सुनकर ऐसा लगे कि यह शानदार भाषण हैं हम आज आपको कुछ ऐसा ही भाषण देने जा रही हैं जिसे अभी तक किसी ने नहीं दिया तो इसलिए को पूरा पढ़ें और अपने स्कूल में अपना नाम बढ़ाएं।

26 January Republic Day 2023 Speech In Hindi | 26 जनवरी 2023 गणतंत्र दिवस भाषण 100, 200, 300, 500, 1000 और 1500 Words
26 January Republic Day 2023 Speech In Hindi | 26 जनवरी 2023 गणतंत्र दिवस भाषण 100, 200, 300, 500, 1000 और 1500 Words

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गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2023 का स्पीच अभिवादन के साथ करें शुरू

आप स्टेज पर जाते ही सबसे पहले सभी का अभिवादन करें जैसे (आदरणीय मुख्य अतिथि जी, प्रधानाध्यापक महोदय, अध्यापकगण और मेरे प्यारे साथियों) से आप अपने भाषण की शुरुआत कर सकते हैं।

26 जनवरी गणतंत्र दिवस के बारे में अपने भाषण में बताएं यह तथ्य

आज हम अपने देश का 74वां गणतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं लेकिन अबतक कई लोगो को गणतंत्र का अर्थ तक नही पता आज मैं आपको गणतंत्र का अर्थ बताकर अपना भाषण शुरू करूंगा। गणतंत्र राष्ट्र का अर्थ है शासन का मुखिया वंशानुगत ना होकर जनता द्वारा चुना हुआ होना चाहिए यानी भारत का राष्ट्रपति वंशानुगत नहीं है बल्कि वह अप्रत्यक्ष रूप से जनता द्वारा चुना जाता है।

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2023: निबंध, महत्व, इतिहास, भाषण, शुभकामनाएं | Republic Day Of India Essay, history & speech In Hindi 26 January 2023 Best Wishes 26 जनवरी के बारे में ज्यादा तथ्य जानने के लिए आप यह लेख पढ़ सकते हैं।

गणतंत्र दिवस भारत के 3 राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है इसी दिन हमारा संविधान साल 1950 में लागू किया गया था और संविधान में ही हमारे मूल कर्तव्य और मूल अधिकार हैं जिनसे आज का स्वर्णिम भारत संभव है।

साल 1929 में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पूर्ण स्वराज की मांग की और अगले 1 साल में भारत को सुराज घोषित करने का निर्णय लिया। और इसके बाद 17 सालों तक 26 जनवरी को ही भारत का स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाने लगा और इस दिन के महत्व को बनाए रखने के लिए इसी दिन संविधान को लागू किया गया।

अंत में कहें सभी को धन्यवाद और गलती के लिए क्षमा मांगे और अपने स्पीच का अंत करें

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