चौसा का युद्ध मुगल शासक हुमायूं और सूरी साम्राज्य के संस्थापक शेरशाह सूरी के बीच लड़ा गया। इस युद्ध में हुमायूं की बहुत बुरी हार हुई और उसके कुछ परिजनों सहित 8000 सैनिक मारे गए।
युद्ध का नाम | चौसा का युद्ध |
मुगल | अफगान |
हुमायूं | शेरशाह |
जीत किसकी हुई | शेरशाह सूरी |
कब हुआ | 26 जून 1539 |
अगर आप इतिहास में रुचि रखते है और पढ़ाई करते है तो आपको नीचे दिए गए लिंक से हमारा फेसबुक ग्रुप जरूर ज्वाइन करना चाहिए।
हुमायूं ने अपना डेरा तीन महीने तक चौसा गांव में गंगा और कर्मनाशा नदी के संगम पर डाले रखा, लेकिन शेरशाह सूरी गोरिल्ला युद्ध पद्धति में पारंगत था इसलिए वो हुमायूं पर भारी पड़ता था।
एक रात शेरशाह ने रात के समय अचानक हमला कर दिया और उसमें हुमायु और उसके सैनिकों को सम्हलने तक का मौका नहीं मिला और वह जान बचाने के लिए गंगा नदी में कूद पड़ा।
जब हुमायूं डूबने लगा तो निजात भिश्ती की नजर उसपर पड़ी और उसने अपनी जान की परवाह ना करते हुए पानी भरने के मसक के सहारे हुमायूं की जान बचाई।
इस युद्ध के बाद माइंड जब दोबारा दिल्ली का शहंशाह बना तो उसे निजात भिश्ती की याद आई और फिर उसने निजात को चौसा से बुलाकर दिल्ली में 1 दिन का शहंशाह बनाया और उस समय निजात में चमड़े के सिक्के चलाने का आदेश दिया।
चौसा का युद्ध 29 जून 1539 को आधुनिक बिहार राज्य के बक्सर ज़िले में स्थित चौसा गांव के पास लड़ा गया था।
चौसा के युद्ध में शेरशाह सूरी की विजय हुई और हर मुस्लिम शासक की तरह हुमायूं भी अपनी जान बचाकर रणभूमि से भाग गया।
Narendra Modi Stadium Pitch Report Today Match World Cup 2023 Final Ind vs aus: नरेंद्र…
World Cup 2023 India vs Newzealand Today Match Wankhede Stadium Mumbai Pitch Report In Hindi:…
Ritu Bahri Biography In Hindi: ऋतु बाहरी को हाल ही में उत्तराखंड हाई कोर्ट की…
राजस्थान सरकार सभी किसानों को अपने खेत की सिंचाई करने के लिए पाइपलाइन खरीदने पर…
यूपी बोर्ड 12वीं का टाइम टेबल 2024 अभी तक जारी नही हुआ है लेकिन आप…
IND vs NZ Pitch Report: भारत बनाम न्यूजीलैंड के मैच से पहले टीम इंडिया के…