CBSE का नया आदेश, नही पढ़ाएंगे मुगलों का इतिहास?

CBSE ने हाल ही में अपने Syllabus में से कुछ पाठ (Chapter) हटाएं है जिनमे सबसे प्रमुख है मुगल काल का इतिहास आप इस लेख में इसके बारे में संपूर्ण जानकारी ले सकते है।

मुख्य बिंदु

  • खास बात: CBSE ने साल 2022-23 के लिए नया पाठ्यक्रम कक्षा 9 से कक्षा 12 के लिए 30% तक कम किया गया है।
  • क्या हटाया: कक्षा 11 और 12 की राजनीति और इतिहास के पाठ्यक्रम से इस्लाम का उदय, मुगल दरबारों का इतिहास, शीत युद्ध और औद्योगिक क्रांति जैसे पाठों को हटाया गया है।
  • 12वीं कक्षा के इतिहास के पाठ्यक्रम में ‘द मुगल कोर्ट: रिकंस्ट्रक्टिंग हिस्ट्रीज थ्रू क्रॉनिकल्स‘ शीर्षक वाला एक अध्याय हटा दिया गया है।
  • कक्षा 10 के पाठ्यक्रम में, ‘खाद्य सुरक्षा’ पर एक अध्याय से “कृषि पर वैश्वीकरण का प्रभाव” विषय को हटा दिया गया है। ‘धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति’ में फैज अहमद फैज द्वारा उर्दू में दो कविताओं के अनुवादित अंश – साम्प्रदायिकता, धर्मनिरपेक्ष राज्य’ वर्ग को भी इस वर्ष बाहर रखा गया है।
  • शीत युद्ध होने के कारण और गुट निरपेक्ष आंदोलन वाला पाठ भी उसमे से हटा दिया गया है।

विपक्ष में तर्क

  • हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष देश है जिसमें इस्लाम का उदय जैसा पाठ हटाया जाना बिल्कुल ही तर्कहीन है हमारे देश में सभी को धर्मों का ज्ञान होना आवश्यक है।

पक्ष में तर्क

  • Ncert के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सीबीएसई ने ये पाठ इसलिए हटाए है की बालको के मन में ये ना बैठ जाए की हिंदुस्तान का इतिहास बहुत छोटा है।
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