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मंदिर मठ मुक्ति आंदोलन की पृष्ठभूमि
- भारत सरकार ने कृषि कानून लागू किए थे जिन पर किसान आंदोलन चला और वह सफल रहा सरकार को किसानों की मांगें माननी पड़ी।
- जिसे देखते हुए उसके दूसरे या तीसरे दिन मंदिर मठ मुक्ति आंदोलन की शुरुआत की गई।
- सद्गुरु जग्गी वासुदेव तमिलनाडु से मंदिर मुक्ति आंदोलन की मुहिम चला रहे है।
मंदिर मठ मुक्ति आंदोलन 2021 महत्वपूर्ण तथ्य
- सहारनपुर में अखिल भारतीय संत समिति ने मठ-मंदिर मुक्ति आंदोलन की शुरुआत 22 नवंबर 2021 को की।
- इस आंदोलन को संतो द्वारा चलाया जा रहा है।
- इससे संत समाज या कहे सम्पूर्ण हिंदू समाज ने मंदिरों पर अवैध तरीके से किए कब्जे पर रोष जताया है।
मंदिर मुक्ति आंदोलन की प्रमुख मांगे
- भारत के 5 लाख के आसपास मंदिरों पर सरकार का नियंत्रण है उसे जल्द से जल्द खत्म किया जाए।
- मंदिर और मठों के महंत और पुजारियों को उनका वास्तविक नियंत्रण दिया जाए।