हरियल के उपनाम और अंग्रेजी अनुवाद
हरियल को हरियाल और हारिल पक्षी भी कहा जाता है। अंग्रेजी में Theyellow-footed green pigeon कहते है जिसका अर्थ पीले पैरों वाला हरा कबूतर होता है।
महाराष्ट्र का राज्य पक्षी
हरियल या हारिल को भारतीय राज्य महाराष्ट्र का राज्य पक्षी भी घोषित किया गया है।
कभी जमीन पर पैर ना रखने वाला पक्षी
हरियाल के बारे में ये बात सबसे ज्यादा लोकप्रिय है की ये दुनिया का एकमात्र ऐसा पक्षी है जो कभी भी अपना पैर जमीन पर नहीं रखता है।
हारिल जब भी जमीन पर आता है तो अपने पैरो में एक लकड़ी रखता है और जब जमीन पर आता है तो उस लकड़ी पर बैठ जाता है।
हारिल का वजन और आकार
- हरियल पक्षी का आकार लगभग 35 से. मी. तक होता है।
- और वजन लगभग 250 ग्राम तक होता है।
हरियल की शारीरिक बनावट
- आप चित्र में देख सकते है इनका रंग हल्का पीलेपन लिए हुए हरा होता है।
- माथे पर हल्के नीले रंग के बाल होते है।
- हरियाल के पैर चमकीले गुलाबी और पीले होते है।
मारने का नाटक
हरियल पंछी शिकारी की आहट सुनकर कभी कभी मरने का नाटक कर लेता है।
शर्मिला पक्षी
हरियल एक शर्मिला पक्षी माना जाता है क्योंकि ये पक्षी इंसानों की नजरो में इतनी आसानी से नहीं आता।
हारिल के घोंसले
हरियल पक्षी अपना घोंसला ऊंचे पेड़ो पर बनाना पसंद करते है जैसे बरगद और पीपल इत्यादि और ये ऊंचाई पर रहना पसंद करने के कारण जमीन पर बहुत कम आते है।
हरियल या हारिल पक्षी का वैज्ञानिक नाम
हारिल पक्षी का वैज्ञानिक नाम Treron Phoenicoptera है ट्रेरॉन फोनीकॉप्टेरा जिसे बोला जाता है।
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