स्टैच्यू ऑफ नॉलेज (Statue of Knowledge) महाराष्ट्र के लातूर शहर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर
![भीमराव अम्बेडकर (Bhimrao Ambedkar)](https://jodhpurnationaluniversity.com/wp-content/uploads/2022/04/audio_img.png)
मूर्ति का नाम (name of the Statue) | ज्ञान की मूर्ति (Statue Of Knowledge) |
मूर्ति अनावरण | रामदास आठवले |
उपलक्ष्य | भीमराव अम्बेडकर की 131वीं जयंती |
तारीख (Date) | 14 अप्रैल 2022 |
सामाजिक भेदभाव के बाद भी हासिल की शिक्षा
भीमराव अंबेडकर का जन्म तब हुआ जब भारत में जातिवाद चरम पर था। उन्होंने भारतीय जातिवाद का सामना किया और उस समय दलितों और महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं था लेकिन उन्होंने फिर भी ज्ञान (Knowledge) की प्राप्ति की और दलितों के हक के लिए लड़ाई लड़ी जिसके कारण सभी भारतवासियों के मन में उनके लिए सम्मान है।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के पास 32 डिग्रियां और 9 भाषाओं का ज्ञान था जिसके कारण उन्हें सिंबल ऑफ नॉलेज भी कहा जाता है।
यह भी पढ़े
- मनुस्मृती दहन दिवस: भीमराव अम्बेडकर ने मनु स्मृति क्यों जलाई?
- सावित्रीबाई फुले जीवन परिचय, भाषण, निबंध, कहानी पहली महिला शिक्षक की
- सुंदरलाल बहुगुणा जीवन परिचय और चिपको आंदोलन
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय जीवनी, जयंती, विचार, निबंध, और मृत्यु का कारण
- आर्मी चीफ मनोज पांडे जीवनी, मेडल, परिवार, सैलरी और सभी जानकारी