पगड़ी वाला तूफ़ान, दौड़ने वाला बाबा, सुपर मैंन सिक्ख आदि नामो से पहचाने जाने वाले फौजा सिंह भारतीय मूल के ब्रिटिश सिख मैराथन धावक है। 93 साल की उम्र में इन्होंने 6 घंटे 54 मिनट में अपनी पहली मैराथन पूरी की हालांकि उसके लिए फौजा सिंह का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नही आया।
फौजा सिंह जीवन परिचय | Fauja Singh Biography in Hindi
नाम (name) | फौजा सिंह (Fauja Singh) |
उपनाम (nickname) | पगड़ी वाला तूफ़ान, दौड़ने वाला बाबा, सुपर मैंन सिक्ख |
राष्ट्रीयता (nationality) | ब्रिटिश |
जन्म तिथि (Date of birth) | 1 अप्रैल 1911 |
जन्म स्थान (birth place) | जालंधर, पंजाब, भारत |
लंबाई (height) | 1.72 मीटर |
वजन ( weight) | 53 किलोग्राम |
पेशा (profession) | मैराथन धावक |
मैराथन से सन्यास | 24 फरवरी 2013 |
पुरुष्कार | ब्रिटिश एंपायर मेडल, |
पत्नी का नाम | नही पता |
बच्चो का नाम | नही पता |
कब आए फौजा सिंह चर्चा में
सन 2004 में प्रसिद्ध फुटवियर कंपनी एडिडास ने अपने जूते के विज्ञापन में प्रसिद्ध फुटबॉलर डेविड बेकहम और बॉक्सर मोहम्मद अली के साथ वृद्ध सिख को अपने ऐड में लिया। उसके बाद सभी लोग ढूंढने लगे की ये वृद्ध सरदार कौन है और पाया की 2000 में लंदन मैराथन में 89 साल की उम्र में भाग लेने वाले फौजा सिंह है।
महारानी एलिजाबेथ ने दी जन्म दिन पर बधाई
फौजा सिंह जब 100 साल के हुए तब इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने उनको पत्र लिखकर बधाई दी थी जिसके बाद फौजा सिंह एक बार फिर चर्चा में आए थे।
क्यों नही दर्ज हुआ फौजा सिंह का नाम गिनीज बुक में
फौजा सिंह ने सबसे ज्यादा उम्र ने सबसे कम समय में मैराथन जीतकर रिकॉर्ड बनाया था लेकिन उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नही आया क्योंकि उनके पास अपना बर्थ सर्टिफिकेट भी नहीं है। और गिनीज बुक में नाम तब आता है जब बर्थ सर्टिफिकेट हो यही कारण था की फौजा सिंह का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नही आया।
इंग्लैंड चले गए फौजा सिंह
फौजा सिंह जब छोटे थे तो उनको दौड़ का बहुत शौक था लेकिन बच्चे और उनके साथी खिलाड़ी उनको डंडा कहकर काट देते क्योंकि वह सारी की स्थिति में थोड़े कमजोर थे। फिर उन्होंने 36 साल की उम्र में दौड़ना बंद कर दिया और अपने परिवार के साथ लंदन चले गए।
फौजा सिंह की कहानी हम सभी के लिए मोटिवेशनल स्टोरी रहेगी और इनको पढ़कर हम सब मोटिवेट होते रहेंगे। आपको फौजा सिंह के बारे में कैसे पता चला और क्या क्या पता है कमेंट ने जरूर बताएं।
मेजर संदीप उन्नीकृष्णन जीवन परिचय| Major Sandeep Unnikrishnan biography in Hindi