नाटो (Nato) उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन एक अंतर्राष्ट्रीय सैन्य गठबंधन है, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद रूस के संभावित हमले से पश्चिमी यूरोप की रक्षा के लिए बनाया गया था। इसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई और इसका मुख्यालय ब्रुसेल्स, बेल्जियम में है।
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पूरा नाम (Full Form) | उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (North Atlantic Treaty Organization) |
स्थापना (Establishment) | 4 अप्रैल 1949 |
मुख्यालय (The Headquarters) | ब्रुसेल्स (बेल्जियम) |
आधिकारिक भाषा (Official Language) | अंग्रेजी (English), फ्रांसीसी (French) |
आधिकारिक वेबसाइट (Official Website) | www.nato.int |
सदस्य देशों की संख्या (Number Of Member Countries) | 30 |
मूल उद्देश्य (Original Purpose) | सामूहिक रक्षा, संकट-प्रबंधन और सहकारी सुरक्षा। |
देशों का नाम (countries names) | शामिल होने का वर्ष (year of joining) |
संयुक्त राज्य अमेरिका | 1949 |
यूनाइटेड किंगडम | 1949 |
तुर्की | 1952 |
स्पेन | 1982 |
स्लोवेनिया | 2004 |
स्लोवाकिया | 2004 |
रोमानिया | 2004 |
पुर्तगाल | 1949 |
पोलैंड | 1999 |
नॉर्वे | 1949 |
उत्तर मैसेडोनिया | 2022 |
नीदरलैंड्स | 1949 |
मोंटेनेग्रो | 2017 |
लक्ज़मबर्ग | 1949 |
लिथुआनिया | 2004 |
लातविया | 2004 |
इटली | 1949 |
आइसलैंड | 1949 |
हंगरी | 1999 |
ग्रीस | 1952 |
जर्मनी | 1955 |
फ्रांस | 1949 |
एस्टोनिया | 2004 |
डेनमार्क | 1949 |
चेक गणराज्य | 1999 |
क्रोएशिया | 2009 |
कनाडा | 1949 |
बुल्गारिया | 2004 |
बेल्जियम | 1949 |
अल्बानिया | 2009 |
ब्रुसेल्स बेल्जियम में नाटो का मुख्यालय है, जिसमें प्रत्येक सदस्य देश का एक प्रतिनिधि होता है जो उस देश का राजदूत होता है।
हमारे जीवन में व्यक्ति की सुरक्षा उसकी सबसे बड़ी पूंजी है और इसके कल्याण में सहायक है। इसी कारण नाटो का उद्देश्य राजनीतिक और सैन्य साधनों के माध्यम से अपने सदस्यों की स्वतंत्रता और सुरक्षा की गारंटी देना है।
नाटो (NATO) का मुख्यालय ब्रुसेल्स (बेल्जियम) में है जो चार अंगो(परिषद, उप परिषद, प्रतिरक्षा समिति, सैनिक समिति से मिलकर बना है।
जब भी नाटो का जिक्र आता है तो उसमे द्वितीय विश्व युद्ध की बात आती है क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध में रूस और उसके साथियों की विजय तो हुई लेकिन पूर्वी यूरोपीय देशों को सोवियत संघ के आक्रमण का खतरा मंडराने लगा जिसके कारण नाटो की स्थापना की गई।
आधिकारिक तौर पर एक भी देश ने नाटो संगठन को नही छोड़ा है लेकिन फ्रांस एक बार नाटो छोड़कर दुबारा उसमे शामिल हुआ है।
नही, हम वर्तमान में नाटो में शामिल नहीं हो सकते क्योंकि उसके लिए यूरोपीय देश होना एक अनिवार्य शर्त है।
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