सुकमावती सुकर्णोपुत्री इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी है, जिन्होंने 26 अक्टूबर 2021 में अपना धर्म मुस्लिम से हिंदू अपनाया है। इनका जन्म 26 अक्तूबर 1951 को जकार्ता, इंडोनेशिया में हुआ इनके पिताजी का नाम सुकर्नो और माता का नाम फत्मावती है।
सुकमावती सुकर्णोपुत्री जीवन परिचय
नाम | सुकमावती सुकर्णोपुत्री(Sukmavati Sukarnoputri) |
पिता का नाम | सुकर्णो (sukarno) |
राष्ट्रीयता | इंडोनेशिया (Indonesia) |
माता का नाम | फत्मावती (Fatmawati) |
जन्म तिथि (Date of birth) | 26 अक्तूबर 1951 (उम्र 70 वर्ष) |
पतियों के नाम | मांगकुनेगारा (1974-1984) मुहम्मद हिल्मी (2018) |
बहन | मेगावती सुकर्णोपुत्री, रचमावती सुकर्णोपुत्री |
हिंदू धर्म अपनाने की तिथि | 26 अक्टूबर 2021 |
पूर्व धर्म | मुस्लिम |
सुकमावती सुकर्णोपुत्री का प्रारंभिक जीवन
सुकमावती सुकर्णोपुत्री के माता पिता का नाम सुकर्णो, फत्मावती है उनकी बहनों का नाम मेगावती सुकर्णोपुत्री, रचमावती सुकर्णोपुत्री है। यह इंडोनेशिया देश की रहने वाली है जिसमे ज्यादातर आबादी मुस्लिम है।
सुकमावती सुकर्णोपुत्री ने क्यों छोड़ा मुस्लिम धर्म और क्यों अपनाया हिंदू धर्म
मंगलवार के शुभ दिन इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति की बेटी सुकमावती सुकर्णोपुत्री ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है उनका हिंदू धर्म अपनाने का मुख्य कारण इदा अयू नयोमान राई श्रीमबेन उनकी दादी रही। क्योंकि इंडोनेशिया में श्री राम को अपना पूर्वज माना जाता है और सुकर्णो की बेटी को ही नही सभी मुस्लिम परिवार पहले हिंदू ही थे इसलिए उन्होंने अब घर वापसी की है। उनको हिंदू धर्म की सभी चीजे और परंपराओं का ज्ञान भी है।
बाली में सुकर्णो सेंटर हेरिटेज एरिया में सुकमावती सुकर्णोपुत्री ने 70 साल की उम्र में पूरे रीति रिवाज के साथ कार्यक्रम में हिंदू धर्म अपनाया।
सुकमावती सुकर्णोपुत्री पर लग चुके है ईसानिंदा का आरोप
इंडोनेशिया के इस्लाम कट्टरपंथियों ने सुकमावती सुकर्णोपुत्री पर ऐसी कविता कहने का आरोप लगाया जिससे इस्लाम धर्म का अपमान होता है। और इसके बाद मुस्लिमो ने सुकमावती पर ईसानिंदा का आरोप लगाया और उन्होंने सरल स्वभाव से इसके लिए माफी मांगी।
नही ऐसी कोई खबर सामने नही आई है लेकिन इंडोनेशिया श्री राम को अपना पूर्वज मानने वाला देश है वहां सभी के मन में हिंदू धर्म बसा हुआ है।
नही इंडोनेशिया में सर्वाधिक आबादी इस्लाम धर्म को मानने वालो की है लेकिन वो श्री राम को पूजते है और अपने पूर्वजों पर गर्व होना चाहिए।
दुनिया में कितने हिन्दू राष्ट्र है और उनके नाम