Ajmer 92 Story: जानें सैकड़ो लड़कियों से दरिंदगी का सच और क्यों जो रहा इसका विरोध

पहले लड़कियों से बलात्कार, फिर फोटो खींचकर ब्लैकमेलिंग, और बाद ने उनकी सहेलियों को भी साथ लेकर आने की सलाह की उनकी फोटो घर वालों को नही दिखाएंगे ये मामला है 1992 में हुए राजस्थान के अजमेर का और आरोपी थे अजमेर शरीफ दरागाह का खादिम और कांग्रेस नेता खादिम फारुक चिश्ती, खादिम नफीस चिश्ती और खादिम अनवर चिश्ती मास्टरमाइंड के साथ लगभग 18 और लोग।

The Ajmer 92 Story Latest News In Hindi
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दैनिक नवज्योति 21 अप्रैल 1992 को एक खबर छपी ख़बर थी राजस्थान के अजमेर की जहां करीब सौ स्कूली छात्राओं को रेप के बाद ब्लैकमेल किया जा रहा था।

अब उसी अजमेर कांड को लेकर फिल्म बन रही है और लोग इसका विरोध कर रहे है लेकिन सवाल ये है की ये फिल्म सच्चाई से कितनी दूर है या कितनी करीब है और आखिर उस समय हुआ क्या था जानते है इस लेख में।

खबर में उस दिन छपा स्कूली छात्राओं का ब्लर फोटो नग्न अवस्था में तो सभी के मन में ये सवाल था की किसने किया और किसके साथ हुआ।

अजमेर के कई स्कूलों में पढ़ने वाली 17 से 20 वर्ष की छात्राओं को फंसाकर उनकी न्यूड फोटो खींचकर उनका बलात्कार किया गया और उन्हें अपनी सहेलियों को साथ लाने के लिए ब्लैकमेल किया गया।

राजस्थान में उस समय भैरोसिंह शेखावत जी की सरकार थी उन्होंने मामले को ज्यादा ना बिगड़ने पर ध्यान दिया और पीछे से आरोपियों को भागने का और अपने सबूत मिटाने का मौका मिला। साथ में जिन परिवारों के साथ ये घटनाएं हुई उन्होंने अजमेर छोड़ दिया और दूसरे शहर जाने लगे।

मामला कोर्ट में पहुंचा तो 18 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चला और मुख्य आरोपी फारुख चिस्ती, नफीस चिस्ती और खादिम चिस्ती थे जिनका अजमेर के चिस्ती दरगाह और यूथ कांग्रेस से ताल्लुक था।

क्या है अजमेर 92 स्टोरी फिल्म (Movie) का सच

फिल्म की कहानी का सोर्स नवज्योति अखबार बताया जा रहा है और पीड़ितों के बयान भी जो छपे उनको लेकर फिल्म बनाई जा रही है जिसके कारण हम ये कह सकते है की फिल्म सच के बिलकुल करीब है और इससे किसी को कोई आपत्ती नही होनी चाहिए।

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