रणजीतसिंहजी विभाजी जडेजा (Ranjitsinhji Vibhaji Jadeja)
Contents
सर रंजीतसिंहजी विभाजी (Sir Ranjitsinhji Vibhaji) भारतीय राज्य नवानगर के महाराजा जाम साहिब थे और वे दुनिया के महानतम क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक थे जिसके कारण उनकी मृत्यु के एक साल बाद 1934 में उनके नाम से भारत में रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) का आयोजन किया जाता है।
आज हम आपको रणजी ट्रॉफी के जनक महाराजा रणजीत सिंहजी के बारे में संपूर्ण जानकारी देने जा रहे तो कृपया लेख को ध्यान से पढ़े।
पूरा नाम (Full Name) | रंजीतसिंहजी विभाजी जडेजा (Ranjitsinhji Vibhaji Jadeja II) |
जन्म तिथि और स्थान (Date Of Birth & Place) | 10 सितंबर 1872, सदोदर, काठियावाड़ , बॉम्बे प्रेसीडेंसी , ब्रिटिश भारत |
मृत्यु का समय और स्थान (Date Of Death & Place) | 2 अप्रैल 1933 (आयु 60 वर्ष) जामनगर पैलेस, नवानगर राज्य, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत |
पढ़ाई की (Education Qualification) | कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (Cambridge University) |
पद का नाम (designation) | नवानगर के महाराजा (Maharaja of Nawanagar) |
उपनाम (Nickname) | रणजी, स्मिथ (Ranji, Smith) |
किस टीम से खेले | इंग्लैंड |
रणजीतसिंहजी (Sir Ranjitsinhji Vibhaji) को साल 1907 में नवानगर रियासत का महाराजा बनाया गया। ये एक क्रिकेटर के साथ अच्छे राजनेता (राजा) भी थे इन्होंने नवानगर की राजधानी जामनगर का चहुमुखी विकास करवाया। जामनगर का आधुनिकीकरण कर और नवानगर के बंदरगाह का विकास किया और सड़कों, रेलवे और सिंचाई सुविधाओं का निर्माण किया।
फॉर्मेट (Format) | टेस्ट मैच (Test Match) (1896–02) | प्रथम श्रेणी मैच (First Class Match) (1893–20) |
मैच (Match) | 15 | 307 |
रन (Run) | 989 | 24692 |
एवरेज (Avarage) | 45.00 | 56.4 |
स्ट्राइक रेट (Strike Rate) | – | – |
फॉर्मेट (Format) | टेस्ट मैच (1896–02) | प्रथम श्रेणी (1893–20) |
मैच (Match) | 15 | 307 |
विकेट (Wicket) | 1 | 133 |
इकोनॉमी (Econ) | 2.41 | 3.47 |
एवरेज (Avg) | 39.00 | 34.04 |
फॉर्मेट | टेस्ट मैच | प्रथम श्रेणी |
कैच लिए (Catches) | 13 | 234 |
रन आउट (Run Outs) | – | – |
स्टंपिंग (Stumpings) | 0 | 0 |
रणजीतसिंहजी जड़ेजा (Ranjitsinhji Jadeja) को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था उन्होंने मात्र 10 से 11 वर्ष की उम्र में पहली बार अपने स्कूल के लिए 1883 में क्रिकेट मैच खेला। और 1884 में अपने स्कूल की टीम की कप्तानी सम्हाली और साल 1888 तक वे टीम के कप्तान रहे। बाद में उन्होंने इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम के लिए 15 टेस्ट मैच खेले जिनमे उन्होंने 989 रन बनाए और रोचक बात यह है की उन्होंने अपने सभी मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले।
इनका जन्म काठियावाड़ के नवानगर के सरोदर गांव में एक राजपूत परिवार में हुआ इनके पिताजी का नाम जीवनसिंहजी था। उनका जन्म एक किसान परिवार में हुआ लेकिन वो बाद में नवानगर के जाम साहिब बन गए।
Bihar Board BSEB Class 12th Result Marksheet Download Direct Link Official Website Sarkari Result in…
India vs Australia 3rd ODI: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज का तीसरा मुकाबला कल दोपहर…
MA Chidambaram Stadium Pitch Report: एमए चिदंबरम स्टेडियम, चेन्नई में समुद्र के किनारे से कुछ…
Rajasthan SET Admit Card 2023 Sarkari Result: राजस्थान स्टेट स्टेट एलिजबिलिटी टेस्ट (SET) के एडमिट…
बिहार के YouTuber और पत्रकार मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया…
India vs Australia ODI Series: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया का दूसरा मैच ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट…