अनुराधा पौडवाल कौन है? जानें संपूर्ण जीवन परिचय | Anuradha Paudwal Biography In Hindi
मुस्लिम देशों में अजान लाउडस्पीकर पर नहीं होती तो भारत में क्यों? - अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal)
अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal) भारतीय हिंदी सिनेमा के 1990 के दशक की प्रमुख लोकप्रिय पार्श्वगायिका है। उस समय यही एकमात्र ऐसी गायिका थी जो लता मंगेशकर जी को टक्कर देने की क्षमता रखती थी अनुराधा पौडवाल को यूएस समय टी-सीरीज क्वीन के नाम से भी जाना जाता था।
आज हम अनुराधा पौडवाल जी के बारे में संपूर्ण जानकारी जानने वाले है तो ध्यान से पढ़िएगा।
अनुराधा पौडवाल जीवनी | Anuradha Paudwal Biography Wikipedia
बचपन का जन्म नाम (Full Name)
अलका नादकर्णी (Alka Nadkarni)
जन्म तिथि और स्थान (Date And Place Of Birth)
27 अक्टूबर 1952, कर्नाटक, भारत
गायन शैलियां
पार्श्वगायिका, भजन गायिका
बॉलीवुड में डेब्यू
1913 में आई अभिमान फिल्म में संस्कृत श्लोक गाकर के इन्होंने बतौर गायिका बॉलीवुड में डेब्यू किया
पति का नाम (husband’s name)
अरुण पौडवाल (Arun Paudwal) जिनसे इनका विवाह 1969 में हुआ
बच्चे (children’s name)
कविता पौडवाल, आदित्या पौडवाल
चर्चा में क्यों
पहली बार ये चर्चा में तब आई जब इन्होंने प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर को चुनौती देकर दावा किया की उन्होंने एक दिन में सबसे अधिक गाने रिकॉर्ड किए है।
इन्होंने वर्तमान में लाउडस्पीकर पर भारत में जो अजान होती है उसका खुलकर विरोध करने वालो का साथ दिया है और कहा है की अगर अजान ऐसे ही होती है तो हनुमान चालीसा भी चलाई जाएगी।
अजान पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुस्लिम देशों में अजान लाउडस्पीकर से नहीं होती तो फिर बात में क्यों होती है।
अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal)
रोचक तथ्य
अनुराधा पौडवाल के बेटे आदित्य पौडवाल का निधन 12 सितम्बर 2020 को 35 साल की उम्र में किडनी की बीमारी के चलते हो गया।
इन्होंने गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मराठी, संस्कृत, बंगाली, तमिल, तेलुगु, उड़िया, असमिया, पंजाबी के साथ कई अन्य भाषाओं में 9000 से ज्यादा गाने और 1500 से ज्यादा भजन रिकॉर्ड किए।
2010 में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लता मंगेशकर पुरस्कार
2011 में इनको मदर टैरेसा अवार्ड मिला।
साल 2013 में महाराष्ट्र सरकार द्वारा मोहम्मद रफी पुरस्कार।
साल 2016 में इनको डी लिट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
2017 में अनुराधा पौडवाल को पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया।
फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
साल 1986 में उत्सव फिल्म में मेरे मन बाजा मृदंग गाने के लिए।
साल 1991 में आशिकी फिल्म में नज़र के सामने गाने के लिए अनुराधा पौडवाल को फिल्मफेयर अवार्ड मिला।
साल 1992 में दिल है की मानता नही फिल्म में टाइटल गाने के लिए।
साल 1993 में बेटा फिल्म में धक धक करने लगा के लिए इनको फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया।
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार
साल 1989 में कलत नकलत फिल्म में हे एक रेशमी गाने के लिए अनुराधा पौडवाल को राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिला।
अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal)
अनुराधा पौडवाल ने टी सीरीज, टिप्स ऑफिशियल और वीनस रिकॉर्ड्स के साथ काम किया था टी सीरीज के साथ ज्यादा काम करने की वजह से इन्हे टी सीरीज क्वीन कहा जाने लगा।
अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal)
व्यक्तिगत जीवन
अनुराधा पौडवाल का जन्म कर्नाटक में एक मराठी भाषी परिवार में अलका नादकर्णी नाम से हुआ बाद में उनका विवाह अरुण पौडवाल से हुआ और उनके 2 बच्चे हुए एक लड़का एक लड़की लड़के का नाम आदित्य पौडवाल और लड़की कविता पौडवाल लेकिन बेटे की मृत्यु किडनी की बीमारी के चलते जल्द हो गई।